
1. मेष राशि (Aries)
- मंगल आपकी 5वीं दृष्टि से प्रेम-संबंध और संतान के लिए बल देगा।
- शनि वक्री 12वें भाव में – विदेश यात्रा, नींद की कमी या आंखों की परेशानी संभव।
- कार्यक्षेत्र में तनाव रहेगा, लेकिन आपको एक नई रणनीति अपनानी चाहिए।
- ध्यान योग, और अनुशासन से लाभ।
- सुझाव: पुराने विवादों को खत्म करने का समय है। गुप्त शत्रु से सावधानी रखें।
2. वृषभ राशि (Taurus)
- मंगल आपकी भावनाओं को उत्तेजित कर सकता है, वाणी पर संयम रखें।
- शुक्र और बुध कर्क में हैं – जिससे घरेलू सुख और रचनात्मक सोच बढ़ेगी।
- वाणी से लाभ या हानि दोनों संभव, सोच-समझकर बोलें।
- आर्थिक दृष्टि से महीना स्थिर रहेगा।
- सुझाव: गले और थायरॉइड की समस्याओं से सावधान रहें। बहस से बचें।
3. मिथुन राशि (Gemini)
- बृहस्पति आपकी राशि में – यह साल आपके लिए दिशा देने वाला है।
- सूर्य और बुध धन स्थान में – धन लाभ, पर खर्च भी अधिक।
- मानसिक रूप से उथल-पुथल, संतुलन बनाने की जरूरत।
- सुझाव: करियर में निर्णय सोच-समझकर लें, पिता के साथ संबंध मधुर बनाएं।
4. कर्क राशि (Cancer)
- सूर्य और बुध आपकी ही राशि में – नेतृत्व का समय, लेकिन ईगो से बचें।
- शनि वक्री – जीवनसाथी या पार्टनरशिप में निर्णय टालें।
- स्वास्थ्य में चिड़चिड़ापन और रक्तचाप से परेशानी हो सकती है।
- सुझाव: अपनी ऊर्जा का उपयोग रचनात्मक कार्यों में करें।
5. सिंह राशि (Leo)
- मंगल आपकी राशि में – आत्मबल बहुत अच्छा, निर्णय क्षमता मजबूत।
- लेकिन अति आत्मविश्वास से बचें, संबंधों में टकराव संभव।
- शनि वक्री 8वें भाव में – पुराने रोग या डर उभर सकते हैं।
- सुझाव: संयम रखें, विवाह योग वालों के लिए निर्णय टालना बेहतर।
6. कन्या राशि (Virgo)
- मंगल 12वें भाव में – मानसिक अशांति, शत्रु सक्रिय हो सकते हैं।
- शनि वक्री सातवें भाव में – दांपत्य जीवन में दूरियाँ आ सकती हैं।
- विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं या अचानक खर्च होंगे।
- सुझाव: पूजा, ध्यान, मंत्रजाप से राहत।
7. तुला राशि (Libra)
- मंगल 11वें भाव में – आय के नए स्रोत, दोस्तों से मदद।
- लेकिन वाणी कटु हो सकती है – यह आपकी छवि को नुकसान पहुँचा सकता है।
- संतान को लेकर चिंता संभव।
- सुझाव: कंधे या त्वचा से जुड़ी तकलीफें संभव, हेल्थ को प्राथमिकता दें।
8. वृश्चिक राशि (Scorpio)
- करियर में नई जिम्मेदारी मिलेगी। आप ऊर्जावान रहेंगे।
- शनि वक्री – रोमांटिक संबंधों में बाधा, ध्यान से संवाद करें।
- माता-पिता की सेहत पर ध्यान देना आवश्यक।
- सुझाव: व्यवसाय में सतर्कता और बजट प्लानिंग ज़रूरी है।
9. धनु राशि (Sagittarius)
- मंगल 9वें भाव में – भाग्य वृद्धि, यात्रा या ट्रांसफर संभव।
- बृहस्पति मिथुन में – साझेदारी या वैवाहिक मामलों में निर्णय।
- धर्म, विदेश और उच्च शिक्षा में उन्नति।
- सुझाव: कानूनी मामलों में सतर्क रहें, निर्णय जल्दबाज़ी में न लें।
10. मकर राशि (Capricorn)
- शनि वक्री आपकी ही राशि में – यह समय आत्म-मूल्यांकन का है।
- पुराने अधूरे काम पूरे होंगे लेकिन धीमी गति से।
- स्वास्थ्य में रीढ़ और हड्डियों का ख्याल रखें।
- सुझाव: संयम, नियम और योग से उन्नति।
11. कुम्भ राशि (Aquarius)
- शनि वक्री – आर्थिक दृष्टि से योजना बनाएं।
- वैवाहिक जीवन में सावधानी – टकराव से बचें।
- शुक्र लाभ भाव में – मनोरंजन, सुंदरता, रोमांस में वृद्धि।
- सुझाव: पुराने मित्रों से लाभ मिल सकता है, निवेश सोच-समझकर करें।
12. मीन राशि (Pisces)
- शनि वक्री आपकी राशि में – थकावट, आलस्य, असंतोष।
- लेकिन यही समय है अंदर झाँकने का – ध्यान, साधना, लेखन में सफलता।
- करियर और नौकरी के अवसर आगे बढ़ेंगे लेकिन धैर्य से।
- सुझाव: ध्यान और प्रकृति से जुड़ाव रखें, स्वास्थ्य प्राथमिकता हो।
🧘 समाप्ति विचार
- जुलाई का महीना धैर्य, अनुशासन और भावनात्मक नियंत्रण का है।
- यदि संभव हो तो योग, ध्यान और प्रकृति के संपर्क में रहें।
- “जैसा बोओगे, वैसा ही काटोगे” – शनि वक्री का यही संदेश है।